अर्क विवाह एक परंपरागत भारतीय विवाह पद्धति है जिसमें दो व्यक्ति विवाह के लिए एक-दूसरे से बिना किसी पूर्व संबंध के संबंध बनाते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य ज्योतिषीय दृष्टिकोण से किसी ग्रह के दोष को दूर करना होता है। इस पद्धति में विवाहिता की उंगली में एक अर्क या पीपल की लकड़ी का अंगूठा बंध दिया जाता है, जिसे दोनों पति-पत्नी को सौभाग्य और सुख की प्राप्ति के लिए दान में दिया जाता है। इस विवाह को विशेष तिथियों और मुहूर्तों में किया जाता है जो ग्रहों के अनुकूल होते हैं। अर्क विवाह का पालन भारतीय समाज में आज भी किया जाता है, विशेषकर जब किसी व्यक्ति की कुंडली में किसी ग्रह के दोष होते हैं और उन्हें दूर करने के लिए इस विवाह का आयोजन किया जाता है।