भगवान सत्यनारायण की कथा मन में श्रद्धा का भाव उत्पन्न करती है। भगवान सत्यनारायण को भगवान विष्णु का ही रूप माना गया है। सत्यनारायण की पूजा का अर्थ है सत्य की नारायण के रूप में पूजा करना। आमतौर पर किसी मांगलिक कार्य जैसे विवाह आदि पर सत्यनारायण भगवान की पूजा व कथा कराई जाती है।