यह पूजा मुख्यत: ग्रह मंगल के प्रभाव को शांत करने के लिए की जाती है, जो कुंडली में किसी व्यक्ति को अशुभ प्रभावित कर सकता है। इस पूजा का मुख्य उद्देश्य शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करना है। व्यक्ति इस पूजा के माध्यम से ग्रह मंगल की शांति के लिए विशेष उपायों और मंत्रों का पालन करता है। यह उपास्य ग्रह की क्रियाओं को सामंजस्यपूर्णता से रखने का प्रयास करता है ताकि व्यक्ति को उसके जीवन में सकारात्मक परिणाम मिल सकें।